इस्लामी नया साल शुरू : खुशियों से नहीं गम के पर्व मुहर्रम से शुरुआत

खान आशु
भोपाल। कर्बला के शहीदों को याद किए जाने वाले दस दिन के पर्व मुहर्रम के साथ इस्लामी नए साल 1446 हिजरी की शुरुआत सोमवार से होगी। शनिवार शाम को आसमान में चांद दिखाई न देने से शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी ने इसका ऐलान किया है। इसके साथ ही सोमवार को मुहर्रम की पहली तारीख होगी। 10 मुहर्रम को योम ए आशूरा से पहले इमामबाड़ों में ताजिया और बुर्राक रखे जाएंगे, जिनका विसर्जन मुहर्रम के आखिरी दिन होगा।
ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी अध्यक्ष डॉ ओसाफ शाहमिरी खुर्रम ने बताया कि शहर के दर्जनों इमामबाड़ों में सैंकड़ों ताजिया, बुर्राक और अखाड़े रखे जाएंगे। अकीदतमंद इन दस दिनों में मस्जिदों और घरों में कुरआन की तिलावत, दुरूद, फातेहा से इमाम हुसैन और करबला के शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। डॉ खुर्रम ने बताया कि योम ए आशूरा के दिन शहर में ताजियों जा जुलूस निकाला जाएगा और उन्हें विसर्जित किया जाएगा।
शिया समुदाय करेगा मजलिस
शहर में शिया समुदाय द्वारा मुहर्रम के दस दिनों तक कई स्थानों पर मजलिस आयोजित करेगा। इस दौरान हजरत इमाम हुसैन की जीवनी पर बयान किया जाएगा। समुदाय द्वारा खंदक का मातम भी किया जाता है। जिसमें दहकते अंगारों से गुजर कर मातम किया जाएगा।
बोहरा समाज का कारोबार बंद
दाऊदी बोहरा समुदाय ने रविवार से मुहर्रम पर्व मनाना शुरू कर दिया है। शहर के कई जमातखानों में मजहबी तकरीरें शुरू हो गई हैं। दस दिनों तक चलने वाली इन मजलिसों के चलते बोहरा समुदाय अपना काम पूरी तरह बंद रखेंगे।
भोपाल से खान आशु की रिपोर्ट
Author: Admin
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