डाक का वजन कराने भेज रहे दुकानों पर, रामभरोसे पहुंचती है डाक, उप डाकघर गौरझामर का मामला

देवरी
केन्द्र सरकार द्वारा आमजन को राहत पहुंचाने के लिए प्रत्येक शहर, कस्बे और गांव में डाकघर खोलकर लोगों को सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है। लेकिन विवादों का केन्द्र रहा भारतीय डाक विभाग के उप डाकघर गौरझामर में जमकर भर्राशाही चल रही है, ग्राहकों से स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री में धड्डले के साथ तय कीमत से ज्यादा राशि वसूली जा रही है।
उपभोक्ता ने बताया पावती रशीद पर 41 रुपए 30 पैसे दर्ज थे जबकि 50 रुपए वसूले गए जब बाकी पैसे बापिस मांगे तो कंप्यूटर पर बैठे साहिब ने कहा 50 रुपए ही लगेंगे।भर्राशाही का आलम यह है कि बिजली कट होने पर डाक करने जाने वाले ग्राहकों को खुद ही लिफाफे को तौलने व्यापारियों की दुकानों पर जाना पड़ता है, डाकघर में जनरेटर तो बाकायदा रखा है लेकिन जानकारी अनुसार कभी चालू नही होता, वही डाक भी गंतव्य पर रामभरोसे पहुंचती है।डाकघर के उपभोक्ताओं ने बताया कि डाकघर के कार्मिकों की लापरवाही से ग्राहकों की डाक तोलने के लिए टोल कांटे ( तराजू ) की बैटरी खराब होने से पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी उपभोक्ताओं से दूसरी जगह से डाक का वजन कर के लाओ उसके बाद डाक भेजी जाएगी।
एक उपभोक्ता ने बताया 1 तारीख को स्पीड पोस्ट करने पर डाक 14 तारीख को देवरी में डिलेवरी हुई जबकि देवरी मात्र 18 किलोमीटर दूर है। एक उपभोक्ता ने बताया डाकघर कर्मचारियों द्वारा स्पीड पोस्ट कई दिनों तक कार्यालय में रखी जाती है जो तय समय पर नहीं पहुंच पाती है। कर्मचारियों की घोर लापरवाही उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। पोस्ट ऑफिस से डाक, चिट्ठी भेजने वाले ग्राहक अपने कार्य करवाने के लिए इंतजार करते रहते हैं। वहीं दूसरी ओर डाकघर के कर्मचारी न तो ग्राहकों को कोई संतोषजनक जवाब देते हैं और न ही ग्राहकों का कार्य हो रहा है। ऐसे में उपभोक्ताओं में डाकघर के कर्मचारियों को लेकर रोष बढ़ता जा रहा है।
Author: Admin
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